सुबह में दीपक जलाने के होते हैं बहुत सारे फायदे, आज ही जानें इन फायदों को

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सुबह में दीपक जलाने के फायदे

सुबह-सुबह दीपक जलाना बहुत ही अच्छा माना जाता है। पूजा के समय दीपक जलाने से ऐसा माना जाता है कि पूजा का फल पूर्ण रूप से प्राप्त होता है। यदि नियमित रूप से आप दीपक चलाते हैं तो घर की नकारात्मक शक्तियां हमेशा के लिए खत्म हो जाती है और घर में सकारात्मक शक्तियों का वास होता है।


घर के मंदिर में सुबह शाम पूजा करने से घर में हमेशा धन-धान्य की वृद्धि होती है। कई लोग ऐसे होते हैं जो विधिवत रूप से रोज पूजा नहीं कर पाते हैं, लेकिन वह दीपक अवश्य जलाते हैं। वैसे तो कहा जाता है कि भगवान श्रद्धा के भूखे होते हैं इसलिए वह सिर्फ मिट्टी का मन और भावना देखते हैं। 


लेकिन दीपक जलाने के भी कई फायदे होते हैं। घर के मंदिर में आप चाहे तो घी का दीपक या फिर तेल का दीपक जला सकते हैं। सुबह में दीपक जलाने से कई प्रकार के धार्मिक लाभ मिलते हैं। घर का वास्तु दोष दूर हो जाता है।आइए जानते हैं सुबह में दीपक जलाने के क्या-क्या फायदे होते हैं?


सुबह में दीपक जलाने के फायदे

यदि आप नियमित रूप से रोजाना दीपक जलाते हैं तो घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। घर में यदि कोई वास्तु दोष है तो वह खत्म हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि दीपक के धोखे से वातावरण मौजूद हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। 


दीपक अंधकार को खत्म करके प्रकाश को जन्म देता है। ऐसी मान्यता है कि देवी-देवताओं के सामने दीपक जलाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इसलिए घर में जब भी पूजा पाठ करें तो नियमित रूप से दीपक अवश्य जलाएं। पढ़ें-  हाथ से पूजा की थाली गिरने का क्या मतलब होता है?


रोज शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और नकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने से दीपक रोक देता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं हो पाता और घर में सब कुछ अच्छा होता है।


इस बात का ध्यान रखें कि घर में यदि आप पूजा का दीपक जला रहे हैं तो हाथ के बाएं तरफ जलाना चाहिए।घी का दीपक भगवान के सामने जलाने अपने हाथ के बाई तरफ रखें। यदि आप तेल का दीपक जला रहे हैं तो दीपक को अपने हाथ के दाहिनी तरफ रखें। 


इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि पूजा के बीच में दीपक नहीं बजना चाहिए। यदि पूजा करते समय आपका दीपक बुझ गया है तो ऐसा माना जाता है कि इसका मतलब होता है क्या आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होगा। यदि गलती से दीपक पूजा के समय बुझ गया है तो उसे तुरंत ही जला दें और भगवान से इसके लिए माफी मांगे। 


घी का दीपक यदि आप चलाते हैं तो उसमें हमेशा और रूई की बाती का इस्तेमाल करना चाहिए। घी के दीपक में सफेद रूई का इस्तेमाल सबसे शुभ माना जाता है। तेल के दीपक जलाने वक्त उसमें लाल धागे की बत्ती लगाना चाहिए। ऐसा शुभ माना जाता है। 


दीपक जलाते समय इस मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। मंत्र- शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।। इस मंत्र का अर्थ यह है कि शुभ और कल्याण करने वाली, आरोग्य और धन संपदा देने वाली, शत्रु बुद्धि का विनाश करने वाली दीपक की ज्योति को नमस्कार है।

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